फै शन डिजाइनर की बात करें तो वह भी आम लोगों के टेस्ट को ध्यान में रख कर
फैशन आऊटफिट्स तैयार करने लगे हैं और यूथ फैशन के बदलते ढंग और उसके तेजी
से घूमते पहिए से कुछ इस कद्र वाकिफ होने लगे हैं कि जो फैशन को लेकर
जागरूक हैं, वे अपने वार्डरोब को स्वयं ही अपडेट कर लेते हैं। फैशन हर दिन
नए अंदाज में ढलने से तो फैशन स्टेटमैंट ही यह बन गया है कि जो जंचे उसे
बिंदास पहनो अर्थात कोई भी मैचिंग हो और कोई भी रंग हो, उसे बिना किसी
टैंशन के पहनेंगे तो वही दूसरे भी आसानी से कैरी कर लेंगे।
आपका अंदाज यदि दूसरों को भी पसंद आ जाए और वे भी उसे फॉलो करने लगें तो हो सकता है कि आप भी अपना ही एक नया फैशन ट्रैंड चला डाले। इन दिनों फैशन फ्यूजन यानी पारंपरिक भारतीय और वैस्टर्न वियर का मेल युवाओं द्वारा सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है। जींस पर रामनामी कुर्ता हो या फिर ट्रैडीशनल एंब्रायडरी वाला कुर्ता कुछ भी फैशन के हिसाब से मिसफिट नहीं कहा जा सकता। त्यौहारों और शादियों का मौसम दस्तक दे रहा है।
यदि आप भी पार्टियों, त्यौहारों और शादियों में पारंपरिक परिधान पहन कर बोर हो गई हैं तो इस बार फ्यूजन का फंडा ट्राई करें। फ्यूजन ड्रैस में पारंपरिक कपड़ों की अदा और नजाकत के साथ वैस्टर्न वियर का ट्रैंडी लुक भी बरकरार रहता है। कहीं आप अभी भी तो उस कहावत को फॉलो नहीं कर रही हैं, जिसमें कहा जाता है कि च्खाओ मन भाउंदा ते पाओ जग भाउंदा…, क्योंकि अब फैशन की दुनिया के नियम भी बदल चुके हैं।
इसमें माना जाता है कि वही पहनें, जिसमें आप स्वयं को और अधिक खूबसूरत फील कर सकें अर्थात स्वयं आपको वह स्टाइल सबसे पहले अच्छा लगना चाहिए, फिर दूसरों के कांप्लीमैंट्स की बारी आती है। इन सबके लिए जरूरी है कि आप अपना एक फैशन स्टाइल बनाएं, जिसके लिए आप ऑल टाइम फैशन टिप्स को आजमा सकती हैं। इससे हर कोई आपको फैशन क्वीन कहने पर विवश हो उठेगा।जब भी कुछ फैशनेबल या नया दिखे, तो यह न सोचें कि यह मुझ पर नहीं जंचेगा, बेहतर यही होगा कि उस लेटैस्ट स्टाइल को आप एक बार ट्रायल रूम में ट्राई अवश्य करें और उसके बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचें।
जिन ड्रैसेज और एक्सैसरीज को आपने पिछले एक साल में एक बार भी नहीं पहना है, उन्हें किसी को दे देना ही बेहतर है। नया स्टाइल मेंटेन करने की तमन्ना है तो कभी प्रिंट्स तो कभी कलर्स और कभी फैब्रिक को मिक्स करके आप नया लुक क्रिएट कर सकती हैं, केवल एक बात का ध्यान रखें कि जो दो अलग-अलग प्रिंट्स आप मिक्स कर रही हैं, उनमें या तो कलर स्कीम मिलती-जुलती हो या फिर बड़े और छोटे मिलते-जुलते प्रिंट्स को मिक्स किया जाए।
कभी सिल्क टॉप के साथ जींस, तो कभी चिकन एम्ब्रायडरी वाले कुर्ते के साथ नैट की अफगानी या समोसा सलवार ट्राई करें। कभी फॉर्मल गाऊन के साथ मोटर-साइकिल जैकेट पहनें तो कभी ईजी व्हाइट टी-शर्ट के साथ ओवर साइज चॉकर ट्राई करें। किसी स्टाइल को लेकर कोई कन्फ्यूजन हो तो नया स्टाइल ट्राई करने के बाद पिक्चर क्लिक करके देखा जा सकता है या अपनी बैस्ट फ्रैंड इत्यादि से उसके बारे में राय पूछी जा सकती है। यदि ये सब न कर सकें तो इस बात का ध्यान रखें कि जिस नई ड्रैस स्टाइल पर आपको सबसे अधिक कांप्लीमैंट्स मिले हैं, वह बैस्ट स्टाइल है।
साड़ी के अंदाज कई
साड़ी का नाम सुनते ही दिमाग में छह गज साड़ी में नजाकत से लिपटी एक भारतीय नारी की छवि दिमाग में आ जाती है। साड़ी जो दक्षिण पूर्वी एशिया विशेषकर भारत में महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला पारंपरिक परिधान तो है ही, पूरे विश्व में पहने जाने वाले परिधानों में सबसे लोकप्रिय परिधान भी है। यह चाहे किसी भी अवसर जैसे बिजनैस पार्टी, शादी-ब्याह या फिर कोई सामाजिक समारोह पर ही क्यों न पहनी जाए, यह नारी की खूबसूरती में चार-चांद लगा देती है। चाहे कोई आम भारतीय महिला हो या कोई सैलीब्रिटी, महिलाओं की पहली पसंद
साड़ी ही होती है। समय के साथ साड़ी पहनने के अंदाज में काफी बदलाव आने लगा है। अब महिलाएं अलग-अलग स्टाइल में साड़ी पहन
रही हैं।
टू-पीस अटैच साड़ीः- यह टू पीस साड़ी होती है, परंतु इसका दुपट्टा नीचे की स्कर्ट के साथ जुड़ा हुआ होता है। इसके साथ दी गई सैक्सी चोली साड़ी में चार चांद लगा देती है। ऐसी साड़ी की स्कर्ट पर काफी हैवी वर्क होता है, साथ ही नैट का दुपट्टा होता है जो पारंपरिक होने के साथ आधुनिकता का अंदाज लिए होता है।
उल्टे पल्ले की पिनअप साड़ीः-यह साड़ी पहनने का पारंपरिक सदाबहार अंदाज है जो कभी भी फैशन से बाहर नहीं होता। इस स्टाइल में प्लीट्स बनाने के बाद आप पल्लू को कंधे पर लाकर उसकी प्लीट्स बना कर वहीं पिनअप कर देते हैं। इस स्टाइल से साड़ी पहनने पर महिला का लुक काफी सधा और सहेजा हुआ लगता है।
खुले पल्ले की साड़ीः- यदि आपको शाम को किसी बर्थ-डे पार्टी या किटी पार्टी में जाना हो तो सादे तरीके से साड़ी पहन कर उलटा पल्ला लेकर उसकी प्लीट्स बनाने की बजाय उसे खुला छोड़ दें। आपकी साड़ी चाहे भारी हो या हल्की खुले पल्ले की, साड़ी बांधने पर सम्पूर्ण नारीत्व का एहसास देती है।
आपका अंदाज यदि दूसरों को भी पसंद आ जाए और वे भी उसे फॉलो करने लगें तो हो सकता है कि आप भी अपना ही एक नया फैशन ट्रैंड चला डाले। इन दिनों फैशन फ्यूजन यानी पारंपरिक भारतीय और वैस्टर्न वियर का मेल युवाओं द्वारा सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है। जींस पर रामनामी कुर्ता हो या फिर ट्रैडीशनल एंब्रायडरी वाला कुर्ता कुछ भी फैशन के हिसाब से मिसफिट नहीं कहा जा सकता। त्यौहारों और शादियों का मौसम दस्तक दे रहा है।
यदि आप भी पार्टियों, त्यौहारों और शादियों में पारंपरिक परिधान पहन कर बोर हो गई हैं तो इस बार फ्यूजन का फंडा ट्राई करें। फ्यूजन ड्रैस में पारंपरिक कपड़ों की अदा और नजाकत के साथ वैस्टर्न वियर का ट्रैंडी लुक भी बरकरार रहता है। कहीं आप अभी भी तो उस कहावत को फॉलो नहीं कर रही हैं, जिसमें कहा जाता है कि च्खाओ मन भाउंदा ते पाओ जग भाउंदा…, क्योंकि अब फैशन की दुनिया के नियम भी बदल चुके हैं।
इसमें माना जाता है कि वही पहनें, जिसमें आप स्वयं को और अधिक खूबसूरत फील कर सकें अर्थात स्वयं आपको वह स्टाइल सबसे पहले अच्छा लगना चाहिए, फिर दूसरों के कांप्लीमैंट्स की बारी आती है। इन सबके लिए जरूरी है कि आप अपना एक फैशन स्टाइल बनाएं, जिसके लिए आप ऑल टाइम फैशन टिप्स को आजमा सकती हैं। इससे हर कोई आपको फैशन क्वीन कहने पर विवश हो उठेगा।जब भी कुछ फैशनेबल या नया दिखे, तो यह न सोचें कि यह मुझ पर नहीं जंचेगा, बेहतर यही होगा कि उस लेटैस्ट स्टाइल को आप एक बार ट्रायल रूम में ट्राई अवश्य करें और उसके बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचें।
जिन ड्रैसेज और एक्सैसरीज को आपने पिछले एक साल में एक बार भी नहीं पहना है, उन्हें किसी को दे देना ही बेहतर है। नया स्टाइल मेंटेन करने की तमन्ना है तो कभी प्रिंट्स तो कभी कलर्स और कभी फैब्रिक को मिक्स करके आप नया लुक क्रिएट कर सकती हैं, केवल एक बात का ध्यान रखें कि जो दो अलग-अलग प्रिंट्स आप मिक्स कर रही हैं, उनमें या तो कलर स्कीम मिलती-जुलती हो या फिर बड़े और छोटे मिलते-जुलते प्रिंट्स को मिक्स किया जाए।
कभी सिल्क टॉप के साथ जींस, तो कभी चिकन एम्ब्रायडरी वाले कुर्ते के साथ नैट की अफगानी या समोसा सलवार ट्राई करें। कभी फॉर्मल गाऊन के साथ मोटर-साइकिल जैकेट पहनें तो कभी ईजी व्हाइट टी-शर्ट के साथ ओवर साइज चॉकर ट्राई करें। किसी स्टाइल को लेकर कोई कन्फ्यूजन हो तो नया स्टाइल ट्राई करने के बाद पिक्चर क्लिक करके देखा जा सकता है या अपनी बैस्ट फ्रैंड इत्यादि से उसके बारे में राय पूछी जा सकती है। यदि ये सब न कर सकें तो इस बात का ध्यान रखें कि जिस नई ड्रैस स्टाइल पर आपको सबसे अधिक कांप्लीमैंट्स मिले हैं, वह बैस्ट स्टाइल है।
साड़ी के अंदाज कई
साड़ी का नाम सुनते ही दिमाग में छह गज साड़ी में नजाकत से लिपटी एक भारतीय नारी की छवि दिमाग में आ जाती है। साड़ी जो दक्षिण पूर्वी एशिया विशेषकर भारत में महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला पारंपरिक परिधान तो है ही, पूरे विश्व में पहने जाने वाले परिधानों में सबसे लोकप्रिय परिधान भी है। यह चाहे किसी भी अवसर जैसे बिजनैस पार्टी, शादी-ब्याह या फिर कोई सामाजिक समारोह पर ही क्यों न पहनी जाए, यह नारी की खूबसूरती में चार-चांद लगा देती है। चाहे कोई आम भारतीय महिला हो या कोई सैलीब्रिटी, महिलाओं की पहली पसंद
साड़ी ही होती है। समय के साथ साड़ी पहनने के अंदाज में काफी बदलाव आने लगा है। अब महिलाएं अलग-अलग स्टाइल में साड़ी पहन
रही हैं।
टू-पीस अटैच साड़ीः- यह टू पीस साड़ी होती है, परंतु इसका दुपट्टा नीचे की स्कर्ट के साथ जुड़ा हुआ होता है। इसके साथ दी गई सैक्सी चोली साड़ी में चार चांद लगा देती है। ऐसी साड़ी की स्कर्ट पर काफी हैवी वर्क होता है, साथ ही नैट का दुपट्टा होता है जो पारंपरिक होने के साथ आधुनिकता का अंदाज लिए होता है।
उल्टे पल्ले की पिनअप साड़ीः-यह साड़ी पहनने का पारंपरिक सदाबहार अंदाज है जो कभी भी फैशन से बाहर नहीं होता। इस स्टाइल में प्लीट्स बनाने के बाद आप पल्लू को कंधे पर लाकर उसकी प्लीट्स बना कर वहीं पिनअप कर देते हैं। इस स्टाइल से साड़ी पहनने पर महिला का लुक काफी सधा और सहेजा हुआ लगता है।
खुले पल्ले की साड़ीः- यदि आपको शाम को किसी बर्थ-डे पार्टी या किटी पार्टी में जाना हो तो सादे तरीके से साड़ी पहन कर उलटा पल्ला लेकर उसकी प्लीट्स बनाने की बजाय उसे खुला छोड़ दें। आपकी साड़ी चाहे भारी हो या हल्की खुले पल्ले की, साड़ी बांधने पर सम्पूर्ण नारीत्व का एहसास देती है।